नमस्कार साथियों आपका एक बार फिर से स्वागत है हमारी इस बेहतरीन वेबसाइट पर। आज का लेख पाइल्स का इलाज हिंदी (Piles Ka Ilaj in Hindi), bawasir me kya khana chahiye, bawasir me kya nahi khana chahiye काफी गंभीर है और उन लोगों के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है जिन्हें पाइल्स की समस्या के शुरुआती लक्षण दिख रहे हैं या जिन्हे वर्तमान में पाइल्स की समस्या है। आप लोग को निराश नही होना है, क्योंकि इस लेख को पढ़ने के बाद पाइल्स से संबंधित आपका कोई भी प्रश्न बाकी नहीं रह जाएगा। बस आपको हमारे इस लेख ‘पाइल्स का इलाज हिंदी’ को अंत तक अवश्य पढ़ना है, जिससे कि आपके सभी प्रकार के डाउट एकदम क्लियर हो सके।
पाइल्स क्या है? | Piles in Hindi
पाइल्स (बवासीर) एक ऐसी बीमारी है जिसको अक्सर लोग छुपाते रहते हैं। इसके बारे में कोई भी खुलकर बात नहीं करता है। जिस कारण धीरे-धीरे यह बीमारी और भी गंभीर होती जाती है और इसका दुष्परिणाम रोगी को स्वयं भुगतना पड़ता है। बवासीर को हेमरॉयड्स भी कहा जाता है। इस बीमारी में गुदा के आसपास के हिस्से में काफी सूजन आ जाती है अर्थात वहां की रक्त वाहिकाओं में सूजन आ जाती है और यह काफी दर्द दायक भी होती हैं। जब रोगी मल त्याग करता है तब उसे काफी पीड़ा का सामना करना पड़ता है और वह ठीक प्रकार से अपने मल को निष्कासित भी नहीं कर पाता है।
बवासीर के कई कारण हो सकते हैं, इसलिए बवासीर के इलाज से पहले हमें स्थित कारणों के बारे में जानना अति आवश्यक हो जाता है। क्योंकि बिना कारण जाने यदि किसी रोग का उपचार शुरू कर दिया जाए तो यह रोगी को और नुकसानदायक साबित हो सकता है। चलिए अब हम अपने लेख के माध्यम से यह जान लेते हैं कि बवासीर अर्थात पाइल्स होने के क्या कारण हो सकते हैं।
पाइल्स होने के मुख्य कारण
बवासीर के लक्षण: अब हम अपने शानदार लेख ‘पाइल्स का इलाज हिंदी, के माध्यम से आपको यह समझाएंगे कि आखिर पायल सार्थक बाबासीर क्यों हो जाता है और किस प्रकार के लोगों में यह अधिक देखने को मिलता है तत्पश्चात इसके बाद हम पाइल्स के प्रकारों के बारे में विस्तार से जानेंगे। वैसे तो अभी तक बवासीर का कोई एक मुख्य कारण साबित नहीं हो सका है फिर भी हम यहां पर कुछ कारणों पर चर्चा करने जा रहे हैं। पाइल्स होने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं –
कब्ज होने से
आजकल के खराब खानपान और भागदौड़ भरी जिंदगी में कब्ज की समस्या अक्षरों को देखनी पड़ती है। अधिक कब्ज रहने से पेट साफ सही से नहीं हो पाता है और मल त्याग करने के लिए अधिक प्रेशर लगाना पड़ता है। रजिस्ट्रेशन लगाने से गुदा के आसपास के जगह में काफी पर असर पड़ता है और वहां उपस्थित त्वचा और रक्त वाहिकाएं में सूजन आ जाती है, और पाइल्स की समस्या हो जाती है। कब्ज होना पाइल्स का एक बड़ा कारण है।
प्रेगनेंसी के दौरान
महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर कब्ज की समस्या हो जाती है जिस कारण कई महिलाओं में पाइल्स की समस्या भी देखी गई है। अर्थात यह कहा जा सकता है कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पल्स की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है जब महिला के गर्भ में शिशु के अधिक वजन से दबाव बनने के कारण मलद्वार और इसके आसपास की जगह पर काफी प्रेशर पड़ता है, जिस कारण पाइल्स हो जाता है।
प्रसव के बाद पाइल्स
प्रेग्नेंट महिलाओं की डिलीवरी के बाद भी अक्सर उन्हें ववासीर की समस्या हो जाती है। डिलीवरी होने के समय अंतराल में गुदा के आसपास काफी पर असर पड़ने पर ऐसा हो जाता है। अतः प्रसव के बाद भी पाइल्स की समस्या हो जाती है।
अनुवांशिक पाइल्स
अक्सर ऐसा देखा गया है कि यदि परिवार में किसी एक व्यक्ति को बवासीर अर्थात पाइल्स की समस्या है तो उस परिवार के किसी अन्य व्यक्ति को भी पाइल्स का खतरा होने की काफी संभावना रहती है। परंतु अनुवांशिकी पाइल्स का लक्षण परिवार के अन्य सदस्यों में देखिए यह बात हंड्रेड परसेंट सत्य नहीं है। परंतु पाइल्स होने का यह एक कारण अवश्य हो सकता है।
अधिक देर तक खड़े रहना
जो लोग बहुत अधिक देर तक खड़े रहते हैं या फिर ऐसा कोई व्यवसाय करते हैं जिसमें अधिक देर तक खड़े रहना पड़े जैसे कि ट्रैफिक पुलिस, सिक्योरिटी गार्ड आदि, तो ऐसे लोगों में पाइल्स के समस्या का खतरा थोड़ा सा बना रहता है और उन्हें पाइल्स होने की संभावना अधिक रहती है।
पाइल्स होने के कुछ प्रमुख लक्षण
पाइल्स होने के कारण जानने के बाद अब हम अपने इस लेख ‘पाइल्स का इलाज हिंदी’ के माध्यम से यह जानेंगे कि पाइल्स होने पर किस प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं ताकि हम ठीक प्रकार से पहचान कर सकें कि पाइल्स है अथवा नहीं। पाइल्स के लक्षण निम्नलिखित दिए गए हैं –
- यदि मल त्याग करते समय काफी दर्द हो रहा है यह आपको गुदा के आसपास हल्का हल्का दर्द होना शुरू हो गया है तो आपको पाइल्स की समस्या हो सकती है। इसके अतिरिक्त यदि मल में रक्त के थक्के या म्यूकस आ रहा है तो यह पाइल्स के लक्षण हो सकते हैं।
- मल त्याग करने के बाद भी यदि मल त्याग करने की इच्छा रहना और यह प्रतीत होना कि अभी पेट ठीक तरह से साफ नहीं हुआ है, तो यह पाइल्स होने के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
- पल्स होने पर गुदा के आसपास कुछ मस्से निकल आते हैं कभी-कभी इन मस्सों से खून भी आने लगता है, जोकि पाइल्स का एक प्रमुख लक्षण है जिसे खूनी पाइल्स भी कहा जाता है।
- यदि आपको मल त्याग करते समय या सामान्य किसी भी समय आपको गुदा के आसपास खुजली महसूस होती है तो यह बवासीर या पाइल्स के लक्षण हो सकते हैं। आगे पढ़े बवासीर के इलाज के बारे में जानकारी Piles Ka Ilaj in Hindi.
पाइल्स का इलाज हिंदी | Piles ka ilaj in Hindi
चलिए इस आर्टिकल ‘पाइल्स का इलाज हिंदी’ के माध्यम से अब हम पाइल्स के कुछ घरेलु उपायों के बारे में जान लेते हैं
हॉट बाथ
अक्सर गर्म पानी से नहाने पर बवासीर के कारण होने वाली समस्याओं में राहत मिलती है। गुदा के आसपास के हिस्से को गर्म पानी में डूबे रखें। इसे सिट्ज बाथ भी कहा जाता है। आप चाहे तो इस पानी में थोड़ा बीटाडीन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं इसके अतिरिक्त आपके डॉक्टर ने आपको जो सलाह दी हो उस एंटीसेप्टिक घोल को इस पानी में मिला सकते हैं। ऐसा करने से आपको काफी राहत महसूस होगी।
नारियल के तेल का इस्तेमाल
नारियल का तेल काफी कारगर साबित होता है। एक अध्ययन के मुताबिक नारियल में विभिन्न प्रकार के anti-inflammatory अर्थात सूजन को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं। यदि आप नारियल के तेल का इस्तेमाल गुदा के आसपास के सूजन वाले हिस्से में करेंगे, तो यह बवासीर के कई लक्षणों में काफी मददगार साबित होता है और आपकी सूजन को भी कम करता है।
चिंता मुक्त और अच्छी नींद लेना
तनाव में रहने से विभिन्न प्रकार की बीमारियां अपने आप होने लगती हैं। यदि आप तनावमुक्त रहेंगे और अच्छी नींद लेंगे तो आपके पेट का पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहेगा और आपको कब्ज की समस्या नहीं होगी तथा कब्ज की समस्या नहीं होगी तो बवासीर की समस्या भी नहीं होगी क्योंकि कब्ज होना, बवासीर को दावत देने जैसा काम करता है।
फाइबर युक्त आहार का सेवन
Bawasir me kya khana chahiye – अपने आहार में उन चीजों को ज्यादा शामिल करें जिनमें अधिक फाइबर पाया जाता है क्योंकि फाइबर की कमी होने के कारण आपका मल सख्त हो जाएगा और आपको कब्ज की समस्या हो जाएगी। कब्ज की समस्या होने पर आपको मल त्याग करने में काफी जोर लगाना पड़ेगा और इसका विपरीत प्रभाव आपके गुदा के आसपास की त्वचा और रक्त वाहिकाओं पर पड़ेगा। जिस कारण पाइल्स की समस्या हो जाएगी। piles me kya khana chahiye फाइबर युक्त आहार को जरूर अपने भोजन में शामिल करें।
अधिक पानी का सेवन
आपको अपने शरीर को बुरा हाइड्रेटेड रखना है तथा भरपूर पानी पीना है क्योंकि यदि आप कम पानी पिएंगे तो आपकी आंत शुष्क हो जाएंगी और आपका मल कड़ा होने लगेगा। जिस कारण आपको कब्ज हो जाएगी और कब्ज होने पर पाइल्स की समस्या खुद ही खुद होने लगती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बवासीर को जल्दी ठीक कैसे करें?
बवासीर के इलाज के बारे में जानकारी – बवासीर को जल्दी ठीक करने के लिए आपको तरल पदार्थों का सेवन करना है और ऐसे आहार ओ को अपने भोजन में शामिल करना है जो फाइबर से भरपूर हो। कब्ज को ठीक करने का प्रयास करें।
बवासीर होने पर कौन सी चीज का परहेज करें?
यदि बवासीर की समस्या है तो आपको मसालेदार भोजन और अधिक मिर्च मसाले वाली चीजों को खाने से परहेज करना है क्योंकि ऐसा भोजन कब्ज होने को प्रेरित करते हैं।
बवासीर के लिए सबसे अच्छी दवाई कौन सी?
बवासीर के लिए दवाई का चयन करने से पहले एक बार आप अपने डॉक्टर से अवश्य सलाह ले ले। वैसे पाचन संबंधी विकारों को दूर करने के लिए आप किसी अच्छी कंपनी का कब्ज निवारक चूर्ण इस्तेमाल कर सकते हैं।
अस्वीकरण: इस साइट पर शामिल जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है और इसका उद्देश्य किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर द्वारा चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है। अद्वितीय व्यक्तिगत आवश्यकताओं के कारण, पाठक को पाठक की स्थिति के लिए जानकारी की उपयुक्तता निर्धारित करने के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
सन्दर्भ: बवासीर (पाइल्स) के लक्षण, कारण, घरेलू इलाज और परहेज : Home Remedies for Piles (Hemorrhoids) [1], बवासीर (Piles) के लिए 8 बेहतरीन घरेलू इलाज [2], पाइल्स (बवासीर) का इलाज – Piles Treatment in Hindi [3]
निष्कर्ष
हमने आज के अपने इस बेहतरीन लेख ‘पाइल्स का इलाज हिंदी’ में पाइल्स अर्थात बवासीर के घरेलू उपाय, बवासीर के लक्षण, बवासीर का घरेलू इलाज, खूनी बवासीर की दवा, bavasir ka ilaaj, bawaseer ka ilaj से संबंधित बहुत विस्तार से चर्चा की और आपको यह बताया कि किन कारणों से पाइल्स की समस्या होती है और किन घरेलू उपायों को अपनाकर पाइल्स की समस्या में आराम पाया जा सकता है। यदि आपको हमारा यह लेख Piles Ka Ilaj in Hindi पसंद आया हो तो आप इसे अपने मित्रों के साथ भी साझा कर सकते हैं तथा हम बहुत जल्द मिलेंगे एक नई लेख के साथ। हमारा यह लेख ‘पाइल्स का इलाज हिंदी’ अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।